लगभग शाम के ६ बजे के करीब रोहिणी जेल में प्रवेश करने के बाद और जेल की कुछ खाना पूर्ती यानी कि कैदी के कुछ कागजात ,स्वास्थ्य जांच ,आदि करने के बाद बड़े को जेल के वार्ड २, जिसे मुलाहजा वार्ड भी कहते हैं में एक चटाई और एक दरी के साथ प्रवेश दे दिया गया ,और फिर उस दिन जितने भी कैदी थे जो कि लगभग १० थे सभी को गमा गरम खाना दे दिया गया और फिर बड़ा एक कमरे में जिसमे कुछ और भी कैदी थे जाकर लेट गया ,और वार्डन ने सो जाने को बोला ,परन्तु उसकी आँखों में नींद कहा ,भविष्य अपना और पत्नी तथा ३ पुत्रियों बार बार आँखों और दिमाग में कौंधता रहा ,और उसी रात को वो कितनी ही बार रोया भी ,खाली ये सोचकर कि जिनके लिए उसने अपना सम्पूर्ण जीवन लगा दिया था सब को सभी कुछ दिया दूकान ,फैक्टरी ,घर ,शादियां और जो भी उन्होंने चाहा जैसे चुनावों में सांसद और विष्ायक के लिए भी उनको चुनाव लड़ाकर बनाने कि कोशिश कि और आज उन्होंने ही उसको मिलकर जेल भेज दिया और उसकी सगी माँ और बहन और छोटा भाई भी उसी का साथ दे रहे थे ,क्योँकि सभी मिलकर बड़े से उसके मकान को छीनना चाहते थे ,बार बार बच्चो का चेहरा सामने आ जाता और कभी सोचता कि यदि उसे जेल में कुछ हो गया तो उसके बच्चों का क्या होगा ,पत्नी का क्या होगा ,बहुत अच्छी तरह चलता व्यापार भी खत्म हो जाएगा ,वैसे भी बड़े पिछले कुछ वर्षों में बीच वाले कि कमीनी हरकतों को अच्छी तरह देख लिया था इसलिए उसे और ज्यादा डर लग रहा था ,इसी प्रकार एक दुसरे से बात करते करते और अपने दुःख सुख सुनाते सुनाते रात व्यतीत हो गई ,सुबह को यद्यपि चाय वगैराह आई थी परन्तु उसने नहीं पी ,जेब में पैसे नहीं थे क्योँकि वहां अंदर एक दूकान भी थी जिस पर चाय कॉफी मिलती थी ,तभी एक कैदी ने आकर बड़े कि जेब में कुछ टोकन डाले और कहा कि आप जो भिो कुछ खाना पीना चाहते हैं खा पी लीजिये ,आखिर उसने कुछ चाय वगेरह पी ली ,और फिर घर से उसके बच्चे भी मिलने आ गए जो कि घर से कपडे और पैसे आदि और घर का खान दे गए और मुलाक़ात भी कर ली ,और फिर ये सिलसिला सप्ताह में दो बार चलता रहा ,बीबी ,बच्चों से मिलकर दिल खुश हो जाता था ,और फिर बच्चों ने एक और अच्छा वकील करके बेल के लिए कागज लगा दिए परन्तु बड़े और उसके I O के कारण बेल ना मिली ,फिर एक बार और बेल लगा दी ,तब भी उसने बेल ना लेने दी और शर्ते लगा दीं ,यानी कि डिमांड खड़ी कर दी कि या तो आधा मकान दो या फिर ५ करोड़ रुपया ,वरना जेल से बाहर नहीं आने देगा ,और फिर एक बेल कि अर्जी हाई कोर्ट में भी लगा दी तो उसने वहाँ भी जज के सामने नई नई बातें खड़ी करके ऐसा कुछ लगवा दिया कि ताकि अगले १५ माह तक बेल ही ना हो सके ,अब तो बड़े ने बेल के बारे में सोचना ही छोड़ दिया और हालात से समझौता कर लिया कि अब वो तभी बेल लेगा जबकि जज खुद ही कहेगा कि बेल ले लो ,हाँ एक बात और ,
उस दिन बड़े को जेल भेज देने के बाद सम्पूर्ण परिवार ने घर में दिवाली मनाई गई गई के दीपक जलाये और मिठाई खाई और रिश्तेदारों को भी भेजी |
तभी एक दिन पता चला कि उसने बड़े को साले को भी झूठा गवाह घोषित कराकर और I O को रूपये चढ़ाकर उसे भी रोहिणी जेल भेज दिया ,और जो बड़े का मैनेजर था उसे भी द्वारा धमकाकर भगा दिया और जितने भी आदमी थी सभी को जेल में फंसाने का डर दिखाकर भगा दिया ,और जो भी रिश्तेदार मिलने आता उसके साथ भी मारपीट करने लगा ,इसके पीछे उद्देश्य था कि जब घर में कोई आदमी ही नहीं रहेगा तो ये तीनो लडकियां और उसकी पत्नी क्या करेगी फिर तो वो जो भी चाहेगा उनको करना पडेगा ,और फिर घर वाले सभी मिलकर बड़े कि पत्नी और पुत्रियों को गाली गलोच मारपीट उलटा सुल्ता जो भी दिल में आता कहना ,परेशान करने लगे ,परन्तु बच्चों ने हार नहीं मानी तो वो उनपर बे मतलब के लांछन आदि जैसी गलत बातें और हरकत करने लगे ,अब सिवाय पड़ोसियों को उसके बच्चों को कोई सांत्वना देने वाला नहीं था ,यदि थे तो बड़े के साढू,सालियां आदि थे जो सभी प्रकार से उनकी मदद कर रहे थे ,उनको भी वो जेल में फंसाने कि धमकियां देने लगे और कहते कि ये लोग ही फैसला नहीं करने दे देते परन्तु वो उसकी गीदड़ भभकियों से नहीं डरे |
सभी आदमियो के भाग जाने और बड़े के साले को जेल भेजने के बाद तो व्यापार भी चौपट हो चुका था क्योँकि कोई अब काम करने वाला ही नहीं था ,बैंक का ब्याज वगैराह भी चढ़ने लगा ,हालात ख़राब होते जा रहे थे जिसे देख देख कर ये लोग घर में दीवालियाँ मना रहे थी और सभी पड़ोसियों के घर घर जाकर नई नई कहानी सुनाते और दिखाते कि वो तो फैसला करना चाहते हैं पर वो खुद ही नहीं करता अब तो जब तक हमारी बात नहीं मानेगा जेल में ही सड़ेगा और पता नहीं क्या क्या कहते ,पर कोई भी उनकी बातों में आनंद नहीं लेता था क्योँकि वो सभी उसकी फितरत को जानते थे ,फिर उसने लड़कियों पर लड़ाई झगडे और पता नहीं किस किस भांति कि झूठी सच्ची बाते लांछन लगा लगा कर पुलिस केस दर्ज करवाने कि भी कोशिश कि और घर में बच्चों के साथ मारपीट तो आम बात हो गई ,बच्चों पर झूठा चोरी का केस बनवाने कि भी कोशिश कि ,और तो और लड़कियों के पीछे गुंडे लगा दिए ,जहां वो सर्विस करती थी वहाँ जाकर शिकायते करने लगे और बताते कि इनका बाप जेल में पड़ा है ,आप इनको मत रखिये और नौकरी से जितनी जल्दी हो सके हटा दीजिये ,ऐसा वो इस लिए कर रहा था कि यदि पैसे से ही दुखी होंगी तो और जल्दी उसकी बात मानेंगे ,उनको यहां तक बोल दिया कि जेल में उसके बहुत जानने वाले गुंडे ,मवाली है जिनसे मैं उनके बाप को जेल में ही मरवा भी सकता हूँ ,और वहाँ के जेलर आदि भी उसके यार दोस्त हैं ,उनतक उसकी पूछ है वो उसके साथ कुछ भी करा सकता है ,इसी प्रकार डराने धमकाने लगा ,पूरे घर कि निगरानी रखता कि कौन घर में आ रहा है या जा रहा है उनके पीछे खुद या अपने दोनों लड़कों को लगा देता और कहता कि यहां मत आया करो वरना आपके साथ कुछ भी हो सकता है ,पूरा गुंडई राज बना दिया पर कहावत है कि जिसका हो मौला उसका क्या करेगा भोला "फिर बैंक में पहुंचकर उनके साथ नए नए षणयंत्र रचने कि कोशिश करने लगा पर उस वक्त के मैनेजर ने तो उसको मुंह नहीं लगाया ,
उसके बाद उसने इनकमटैक्स ,सेल टैक्स ,D D A ,M C D ,बैंक के उच्च अधिकारीयों तक को शिकायते कर दी और प्रितिदिन उनसे मिलकर कुछ ना कुछ षणयन्र रचाने लगा उसका एक D D A का प्लाट कैंसिल करा दिया क्योँकि पीछे कोई करने वाला नहीं था और फिर एक डिप्टी डायरेक्टर ने बिना सुनवाई या नोटिस के कैंसिल कर दिया ,उसकी बड़ी बेटी के खिलाफ कोई झूठा कागज लगाकर F I R दर्ज कराने कि कोशिस भी की ,और हो भी जाती यदि उनका कोई रिस्तेदार पुलिस A CP से जाकर ना मिलता और फिर जो होता वो तो भगवन ही जाने |बड़े कि पत्नी और पुत्रियों को तीनो बाप बेटों ने मिलकर रोड पर खड़े करके पीटा और पुलिस स्टेशन जा और इंस्पेक्टर को पैसे चढ़ा कर उलटा उनके खिलाफ ही कलंदरे बनवा दिए ,पर फिर D C P के आदेश से वो रद्द कर दिए गए |
उस दिन बड़े को जेल भेज देने के बाद सम्पूर्ण परिवार ने घर में दिवाली मनाई गई गई के दीपक जलाये और मिठाई खाई और रिश्तेदारों को भी भेजी |
तभी एक दिन पता चला कि उसने बड़े को साले को भी झूठा गवाह घोषित कराकर और I O को रूपये चढ़ाकर उसे भी रोहिणी जेल भेज दिया ,और जो बड़े का मैनेजर था उसे भी द्वारा धमकाकर भगा दिया और जितने भी आदमी थी सभी को जेल में फंसाने का डर दिखाकर भगा दिया ,और जो भी रिश्तेदार मिलने आता उसके साथ भी मारपीट करने लगा ,इसके पीछे उद्देश्य था कि जब घर में कोई आदमी ही नहीं रहेगा तो ये तीनो लडकियां और उसकी पत्नी क्या करेगी फिर तो वो जो भी चाहेगा उनको करना पडेगा ,और फिर घर वाले सभी मिलकर बड़े कि पत्नी और पुत्रियों को गाली गलोच मारपीट उलटा सुल्ता जो भी दिल में आता कहना ,परेशान करने लगे ,परन्तु बच्चों ने हार नहीं मानी तो वो उनपर बे मतलब के लांछन आदि जैसी गलत बातें और हरकत करने लगे ,अब सिवाय पड़ोसियों को उसके बच्चों को कोई सांत्वना देने वाला नहीं था ,यदि थे तो बड़े के साढू,सालियां आदि थे जो सभी प्रकार से उनकी मदद कर रहे थे ,उनको भी वो जेल में फंसाने कि धमकियां देने लगे और कहते कि ये लोग ही फैसला नहीं करने दे देते परन्तु वो उसकी गीदड़ भभकियों से नहीं डरे |
सभी आदमियो के भाग जाने और बड़े के साले को जेल भेजने के बाद तो व्यापार भी चौपट हो चुका था क्योँकि कोई अब काम करने वाला ही नहीं था ,बैंक का ब्याज वगैराह भी चढ़ने लगा ,हालात ख़राब होते जा रहे थे जिसे देख देख कर ये लोग घर में दीवालियाँ मना रहे थी और सभी पड़ोसियों के घर घर जाकर नई नई कहानी सुनाते और दिखाते कि वो तो फैसला करना चाहते हैं पर वो खुद ही नहीं करता अब तो जब तक हमारी बात नहीं मानेगा जेल में ही सड़ेगा और पता नहीं क्या क्या कहते ,पर कोई भी उनकी बातों में आनंद नहीं लेता था क्योँकि वो सभी उसकी फितरत को जानते थे ,फिर उसने लड़कियों पर लड़ाई झगडे और पता नहीं किस किस भांति कि झूठी सच्ची बाते लांछन लगा लगा कर पुलिस केस दर्ज करवाने कि भी कोशिश कि और घर में बच्चों के साथ मारपीट तो आम बात हो गई ,बच्चों पर झूठा चोरी का केस बनवाने कि भी कोशिश कि ,और तो और लड़कियों के पीछे गुंडे लगा दिए ,जहां वो सर्विस करती थी वहाँ जाकर शिकायते करने लगे और बताते कि इनका बाप जेल में पड़ा है ,आप इनको मत रखिये और नौकरी से जितनी जल्दी हो सके हटा दीजिये ,ऐसा वो इस लिए कर रहा था कि यदि पैसे से ही दुखी होंगी तो और जल्दी उसकी बात मानेंगे ,उनको यहां तक बोल दिया कि जेल में उसके बहुत जानने वाले गुंडे ,मवाली है जिनसे मैं उनके बाप को जेल में ही मरवा भी सकता हूँ ,और वहाँ के जेलर आदि भी उसके यार दोस्त हैं ,उनतक उसकी पूछ है वो उसके साथ कुछ भी करा सकता है ,इसी प्रकार डराने धमकाने लगा ,पूरे घर कि निगरानी रखता कि कौन घर में आ रहा है या जा रहा है उनके पीछे खुद या अपने दोनों लड़कों को लगा देता और कहता कि यहां मत आया करो वरना आपके साथ कुछ भी हो सकता है ,पूरा गुंडई राज बना दिया पर कहावत है कि जिसका हो मौला उसका क्या करेगा भोला "फिर बैंक में पहुंचकर उनके साथ नए नए षणयंत्र रचने कि कोशिश करने लगा पर उस वक्त के मैनेजर ने तो उसको मुंह नहीं लगाया ,
उसके बाद उसने इनकमटैक्स ,सेल टैक्स ,D D A ,M C D ,बैंक के उच्च अधिकारीयों तक को शिकायते कर दी और प्रितिदिन उनसे मिलकर कुछ ना कुछ षणयन्र रचाने लगा उसका एक D D A का प्लाट कैंसिल करा दिया क्योँकि पीछे कोई करने वाला नहीं था और फिर एक डिप्टी डायरेक्टर ने बिना सुनवाई या नोटिस के कैंसिल कर दिया ,उसकी बड़ी बेटी के खिलाफ कोई झूठा कागज लगाकर F I R दर्ज कराने कि कोशिस भी की ,और हो भी जाती यदि उनका कोई रिस्तेदार पुलिस A CP से जाकर ना मिलता और फिर जो होता वो तो भगवन ही जाने |बड़े कि पत्नी और पुत्रियों को तीनो बाप बेटों ने मिलकर रोड पर खड़े करके पीटा और पुलिस स्टेशन जा और इंस्पेक्टर को पैसे चढ़ा कर उलटा उनके खिलाफ ही कलंदरे बनवा दिए ,पर फिर D C P के आदेश से वो रद्द कर दिए गए |
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