ऐसे देश का क्या होगा
जिस देश में युवा रोजगार पाने हेतु एड़ियां रगड़ रहे हैं
दिन भर डिग्रियां बगल में दबा सड़को पर विचरण कर रहे हैं ,
जिस देश का किसान आधे पेट रहकर जमीन से लड़ रहे हैं
अपने पसीने की कीमत पूरी ना पा ,अपने भाग्य को कोष रहे हैं ,
उसी देश के नेता मस्त होकर उलटे उलटे भाषण दे रहे हैं
पी एम् की कुर्सी छीनने हेतु शालीनता भूल, कुर कुरों जैसे लड़ रहे हैं |
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