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Kataaksh, Kahaniya, Veyang aur Sansmaran
Tuesday, September 11, 2018
HAKIKAT
वो दिन खत्म होते जा रहे हैं
जब फारूख मियाँ फाकताएँ उड़ाया करते थे
हकीम जी कहा करते थे ,मिया अब रहन भी दो
तो फारूख कहते थे,मियाँ मुझे मियाँ मत कहा करो |
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