Tuesday, May 15, 2018

SEEMA TOD DEE



कर्नाटक में भी मोदी जी और अमित शाह ने बेशर्मी  की सभी सीमाएं तोड़ दी ,लोकतंत्र को मजाक बना कर रख दिया,  कुछ शर्म करो सम्पूर्ण संसार देख रहा है एक दिन पूरा संसार हमारे ऊपर थूकेगा  

NO NEED OF ELCTION


चुनाव ही क्योँ ?
जब आदरणीय हिटलर मोदी और सहयोगी अमित भैया ने यही सब नाटक कर्नाटका  में करना था तो फिर चुनाव ही क्योँ करवाए  और काहे १० हजार करोड़ रुपया खर्च करवायें ,क्या ये पैसा इनके ताऊ का था ,अरे वैसे ही राजयपाल को कहकर राष्ट्रपति शासन लगवा लेते और फिर आप ही राज करते क्योँकि राष्ट्रपति ने तो आपको ही कहना था क्योँ कि वो भी आपके ही हैं ,ये लोकतंत्र का दिखाववा बंद करो और अपनी हिटलर शाही के नमूने दिखाओ ,कोई तुम्हारा क्या कर लेगा ,
जय हिन्द ,जय भारत 

sher


शेर
तुमने ,मेरा हाल देखकर
खूब कह कहे लगाए हैं
मैं तुम्हारा फटा हाल देख
शायद रो भी ना पाऊँगा 

Friday, May 11, 2018

HAMNE SABHI VAAYDE POORE KIYE

आरोप प्रत्यारोप

मेरे प्यारे देशवासियो
विपक्ष मुझ पर प्रीतिदिन तंज कसता रहता है कि मैनें जो वायदे २०१४ में प्रधानमंत्री बनने से पहले किये थे ,वो मैंने आज तक पूरे नहीं किये ,क्या ये बात सत्य है ,
नहीं एक दम  झूठ है ऐसा मुझे बदनाम करने हेतु कहा जा रहा है ,तो अब मैं आपको बताता हूँ की २०१४ में किये गए सभी वायदे मैंने पूरे कर दिए हैं ,
नो १ = मैंने कहा था कि मैं कश्मीर में धरा ३७० समाप्त कर दूंगा यदि मुझे पूर्ण समर्थन मिला तो ,
आपने मुझे पूर्ण बहुमत दिया तो सुनिए मैंने क्या किया ,
धारा ३७० पर तो ७० साल से आने जाने वाली सभी  सरकारें  काम करती रहीं परन्तु कुछ नहीं हुआ ,इसलिए हमने धारा ३७० के बजाय उससे भी और ६ अंक ऊपर धारा ३७६  पर काम करना शुरू कर दिया ,और आप देख रहे हैं की हमारे मंत्री से लेकर संतरी तक सभी मिलजुलकर धरा ३७६  पर पूरी तरह सतर्कता से काम कर रहे हैं ,हमारे मंत्रियों के काम करने का तरीका ,पूरी तन्मयता से ,सभी चेनल्स और अखबारों में आप पढ़ते ही रहते हैं ,इसका मुख्य कारण हैं हमने अपने सभी मंत्रियों और संतरियों को धरा ३७६ पर बेफिक्री से काम करने को कहा है ,इससे बड़ी उपलब्धि और हमारी सरकार की क्या होगी ,तो एककार्य पूरा कर दिया ,|
अब दूसरा कार्य हमने कहा था कि हम काला  धन  विदेशों से लेकर आएंगे
अब यदि काला धन पिछली सरकारों ने छापा ही नहीं तो लाते कहाँ से उन्होंने तो सभी नीले और पीले ,लाल सफ़ेद ही नॉट छापे थे और दुसरे हमने कहा था की सभी को १५  - १५ लाख रुपया देंगे ,अब जब कला धन मिला ही नहीं तो दें किस प्रकार से ,वैसे  भी हमारे अध्यक्ष अमित शाह जी
पहले ही कह चुके हैं की ये तो चुनाव जीतने के लिए एक जुमला था,
और जो बचा कुचा बाहर गया हुआ रुपया था वो हमने विदेशों से चन्दा लाने पर छूट दे दी ,कि अब कोई आगे से नहीं पूछेगा की कितना पैसा कहाँ से आया ,अब देखिये पिछले २ सालों में ही १५५० करोड़ रुपया तो चंदे के रूप में हमारे पास ही आ गया ,और काफी कुछ विपक्षियों को भी आया है ,
दूसरा मुख्य कार्य हमने नोटबंदी करके कर दिया जिसमे ६ से ७ लाख करोड़ घरों में छुपा पैसा बाहर आ गया यध्यपि ये बात अलग है की उसका हिसाब आज तक हमारी सरकार ने नहीं दिया है क्योँकि काम की अधिकता के कारण फुर्सत ही नहीं है
तीसरा काम हमने कहा था कि एक सर के बदले पकिस्तान   के १० सर काटकर लाएंगे
अरे भाइयो हमने तो १० सर के लिए ही कहा था परन्तु हम तो अब तक उनके हजारों सर काटकर ले आये और क्या बच्चे की जान लोगे ,नवाज शरीफ डर  के भाग गया, बलूचिस्तान में देखो क्या हो रहा है ये किसने किया ,ज़रा सोचो ,आपको इशारा ही काफी है |
चौथा काम हमने अयोध्या में मंदिर बनवाने हेतु बोला था ,
देखिये जब से हम आये हैं तभी से रात दिन मंदिर बनाने का काम चल रहा ,मजदूर पत्थरों पर नक्काषीयां कर रहे हैं और अब तक ४० से ५० % तक काम पूरा कर लिया गया है और श्री राम जी ने चाहा तो हम २०१९ तक अपना वायदा अवश्य पूरा कर देंगे ,वैसे अभी तक मंदिर तो बन गया होता यदि सुप्रीम कोर्ट का लफड़ा ना पड़ा होता तो ,
वैसे इसमें थोड़ी सी गलतीविपक्षियों की भी है क्योँकि उन्होंने कोर्ट से कहा की अभी २०१९ से मंदिर नहीं बनना चाइये उस पर रोक लगाइये ,अब जजों के बारे में हम क्या कहें उन्होंने ही लटकाने जैसा काम कर दिया ,अब बताओ कोई कोर्ट हमारी जागीर तो है नहीं कि जब भी चाहा ,और कान पकड़ा और काम करवा लिया ,वैसे हम ये तो गारंटी दे ही सकते हैं की यदि किसी कारण से इस बार मंदिर नहीं भी बना तो अगले ५ साल में तो अवश्य बना ही देंगे इसलिए भाइयो भरोसा रखो मंदिर तो वहीँ बनेगा |
पांचवां काम था महँगाइ कम करेंगे
अब देखिये महंगाई हैं कहाँ  १० रूपये किलो टमाटर ५० रूपये किलो दालें  २० रुपया गेहूं और आटा ,और बाकी सभी चीजें भी बहुत सस्ती हैं ,ये किसने किया हमारी सरकार ने ,कांग्रेस राज में जहाँ महंगाई से जनता त्राहि त्राहि कर रही थी हमने आते ही सभी वस्तुओं के मूल्य जमीन पर ला दिए ,जमीनों के मूल्य आसमान छू रहे थे हमने उनको आधे मूल्य पर ले आये  खूब मकान  बनाओ ,सभी अपने अपने मकान बना  रहे हैं अब किरायेदार मिलते ही कहाँ हैं ,यद्द्यपि इससे किसानो को नुक्सान हो रहा ,वैसे अब हम उनको नै तकनीक  के सहारे ऐसी फसलों का उत्पादन करने की कोशिश कररहे है जो की एक वर्ष में ४  फैसले ले सके  ,इससे २०२० तक सभी किसान उद्द्योगपतियों से भी धनाढ्य हो जाएंगे और फिर कोई भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा |
और क्या अब बच्चे की जान ही लोगे ,मई तो झोली वाला बाबा था वो ही आज भी हूँ  क्या हुआ इन ४ सालों में थोड़ा बहुत घूम लिया तो वैसे मजबूरी है हमारी हमको बाहर जाना पड़ता है वैसे भला कौन आसानी से अपने घर से भागा फिरता है ,,मैं तो चोकीदार का फर्ज अदा  कर रहा हूँ
रोजगार देने की बात थी
तो भाइयों हमने देश के बेरोजगारों को इतना पैसा लोन दिया है की अब एक बेरोजगार अपने साथ ४ या ५ मजदूर लगाकर रखता है और यदि ५ करोड़ बेरोजगारों को उधार दिया और उन्होंने पकोड़े बनाने या केले बेचने अथवा चाय बेचने का भी व्यापार किया तो लगभग २० से २५ करोड़ बेरोजगारों को हमने काम दे दिया ,
सोचो कितनी बड़ी उपलब्धि है हमारी सरकार की |
जय  मोदी सरकार










हम अपनों के बजाय दूसरों ( गैरों )के पैरों में लिपटना ज्यादा अच्छा समझते हैं क्योँकि उनकी ठोकर जब भी पड़ती है जबरदस्त ही पड़ती है 

Thursday, May 10, 2018

door ke dhol



दूर के ढोल के सुर सुरीले लगते हैं कर्नाटक वासियो और खासतौर से भाजपाइयों के ,हमने अपने घर बजवाये तो अपना बाजा बजवा लिया ,अब आपने भी बजवाना है तो बजवा के देख लो ,आदरणीय मोदी जी से 

Wednesday, May 9, 2018

CHHTI KA DOODH



एक बात तो माननी  पड़ेगी ,
अकेले राहुल गाँधी ने कर्नाटका में मोदी जी और अमित शाह जैसे दो दो दिग्गजों को" धूल चटा दी" ,' छटी  का दूध याद दिला दिया " अब चाहे परिणाम कुछ भी आये वो बात अलग है |