Sunday, March 20, 2016

KUKURMUTTE

 हमारे गाँव में
घरों की  छान पे
बे मौसम बरसात में
कुकुरमुत्ते उग आते हैं ,
अंदर से विषैले और
ऊपर से सुन्दर  होते हैं
नाही  उन्हें खा पाते हैं
और नाहीं संभाल पाते हैं ,
इसी प्रकार से
चुनावी मौसम में
कुछ कुकुरमुत्ते सम
महानुभाव भी
संसद में प्रवेश पा  जाते हैं ,
उस वक्त वो शपथ  लेते हैं
सविधान के अनुसार
सर्व  धर्मों का पालन  कर
अपने धर्म का पालन करेंगे ,
जो भी न्याय संवत होगा
वो ही सबकुछ
जनता को ध्यान  में रख
किर्यान्वित किया करेंगे।
फिर एक दिन अंदर का विष
सम्पूर्ण जनता में फैलाते हैं
कहते हैं भारत हमारा है
पर" जय भारत माता नहीं कहेंगे" ।





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