Wednesday, July 28, 2010

कटाक्ष

अभी कुछ दिन पहले गाँव से कुछ लोग आ गए और मुझसे बोले भैया हमें सोनिया जी से मिलवा दो ,मैंने कहा ,सोनिया जी से मिलकर क्या करोगे ,दरअसल बेटा प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे वालों को एक एक मकान मिल रहा है ,हमने सोचा चलो हम भी कोशिश करके देख लेते हैं ,शायद हमें भी एक मकान मिल जाए ,
प़र ताऊ प्रधानमंत्री तो मनमोहन सिंघजी हैं फिर आप सोनिया जी से मिलना क्यों चाहते हो ,
अरे बेटा तू तो दिल्ली में रहता है फिर भी तुझे ये पता नहीं है कि हमारे देश का प्राधानमंत्री कौन है अरे हर गाँव का बच्चा जानता है कि हमारे देश कि पी,एम् श्रीमती सोनिया गांधी जी हैं ,
अरे ताऊ जी देश के पी, एम् तो मनमोहन सिंह जी हैं ,
अरे छोरे चल तू हमको पागल मत बना ,अगर मिलवाना है तो मिलवा दे नहीं तो हम तो जा रहे है वापस अपने गाँव ,यो कल का छोकरा २,या ४ किताब क्या पढ़ लिया ,बस समझने लगा कि बस देश कि खबर यो ही जाने है
ताऊ किताबों में भी मनमोहन सिंह जी का ही नाम लिखा है ,अच्छा तुम एक बात बताओ ताऊ ,यदि प्रधानमंत्री सोनिया गांधी जी हैं तो फिर मनमोहन सिंह जी क्या हैं ?
होगा कोई जी हजूरी करने वाला ,चमचागिरी करने वाला ,या रिमोट से चलने वाला रोबोट ,प़र भाई हम तो यो जाने है कि देश कि पी ,एम् सोनिया जी ही हैं

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