मिडिया और मॉस मिडिया में अंतर
मिडिया मुख्यतया बिक चूका है परन्तु मॉस मिडिया ने अपना काम बदस्तूर जारी रखा है ,और वो कभी बिक भी नहीं सकता क्योँकि उसका दायरा बहुत बड़ा है ,
यदि आज मॉस मिडिया है तो जनता को सरकार के कारनामों का पता भी चल रहा है वार्ना जैसे मिडिया, सर्कार के फिजूल कामो या हार पर चुप्पी साध लेता है या फिर छोटी मोटी बातों को अतिश्योक्ति लगाकर बढ़ चढ़ कर बताता है उससे तो बड़ा गर्क हो ही रहा है |
इसलिए मेरी मॉस मिडिया से प्रार्थना है की आप अपनी बात बुलंद कीजिये और गलत बात का समर्थन न करें और गलत बातों या निर्णयों की भर्त्स्ना करें ,ताकि जनता को कुछ भला हो सके
धन्यवाद
मिडिया मुख्यतया बिक चूका है परन्तु मॉस मिडिया ने अपना काम बदस्तूर जारी रखा है ,और वो कभी बिक भी नहीं सकता क्योँकि उसका दायरा बहुत बड़ा है ,
यदि आज मॉस मिडिया है तो जनता को सरकार के कारनामों का पता भी चल रहा है वार्ना जैसे मिडिया, सर्कार के फिजूल कामो या हार पर चुप्पी साध लेता है या फिर छोटी मोटी बातों को अतिश्योक्ति लगाकर बढ़ चढ़ कर बताता है उससे तो बड़ा गर्क हो ही रहा है |
इसलिए मेरी मॉस मिडिया से प्रार्थना है की आप अपनी बात बुलंद कीजिये और गलत बात का समर्थन न करें और गलत बातों या निर्णयों की भर्त्स्ना करें ,ताकि जनता को कुछ भला हो सके
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