जी एस टी दीदी तो आत्महत्या करने जा रही थी क्योँकि उसे देश का कोई भी व्यक्ति स्वीकार ही नही कर रहा था, जैसे ही उसने उफनती नदी में छलांग लगाने की तैयारी की ,वैसे ही पीछे से जेटली जी ने उसकी साडी पकड़ कर खींच ली और कहा की आप ऐसा क्योँ कर रही हैं तो उसने कहा की कोई मुझे स्वीकार ही नहीं कर रहा तो मै क्या करूँ?जेटली जी ने कहा आप चिंता मत करो ,मैं हूँ ,मोदी जी हैं जब हमने आपको स्वीकार लिया तो फिर हमारा पूरा परिवार भी मान जाएगा ,और बाहर के लोग भी ,क्योँकि दावत में लड्डू तो उनको भी खानें को मिलेंगे |
Saturday, July 1, 2017
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