अब से ३ साल पहले की यु पी ऐ सर्कार के वक्त की महंगाई की बातें करते हैं तो सांसें चलती तो रहती हैं, परन्तु वर्तमान सर्कार भाजपा या मोदी सर्कार के इस वक्त की महंगाई के बारे में सोचते हैं, तो साँसे रुक जाती हैं और मुए दिल से बस हाय हाय ही निकलती है, ना निवाला सटका जाता है और नाहीं बाहर निकाला जा सकता है करें भी तो क्या करें
Wednesday, July 12, 2017
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