मत कतरो हमारे पर
कहीं हम इंसान ना बन जाएँ
शांति के देवदूत कहते हैं हमको
हम भी कहीं हिंसा के पुजारी न बन जाएँ
आज़ाद पंछी समझकर उड़ने दो हमें
कहीं हम क़ानून के चक्कर में फंस ना जाएँ
अभी तो सभी मुल्क हमारे अपने ही हैं
कहीं हम भी सीमाओं के चक्कर में फंस ना जाएँ|
कहीं हम इंसान ना बन जाएँ
शांति के देवदूत कहते हैं हमको
हम भी कहीं हिंसा के पुजारी न बन जाएँ
आज़ाद पंछी समझकर उड़ने दो हमें
कहीं हम क़ानून के चक्कर में फंस ना जाएँ
अभी तो सभी मुल्क हमारे अपने ही हैं
कहीं हम भी सीमाओं के चक्कर में फंस ना जाएँ|
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