भाइयो मैंने तो अभी कुछ खास बेचा ही नहीं है उससे पहले कुछ प्लांट्स जो बहुत मुनाफे में थे उनको श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने महाजन के माध्यम से अम्बानी ग्रुप और कुछ अन्य ग्रुप्स को बेचा था ,और कुछ भी बेचा है तो मुझे पता नहीं |
परन्तु मैंने तो अभी अभी बस कुछ टोटल रेलवे के २३ स्टेशन ही बेचे हैं ,
उससे पहले ऍफ़ दी आई देश में १००% की परमिशन दी थी ,
और चीन को भी प्लास्टिक के चावल और प्लास्टिक के अंडे और प्लास्टिक की बंद गोभी भेजने के लिए कुछ नहीं कहा था फिर पता नहीं उसने कैसे ये सब हमारे देश में भेज दिया
जब की हमारा माल चीन में मात्र ३० % निर्यात हो रहा है और छीन हमको १००% अपने सामान का निर्यात कर रहा है ,ऐसा हम इसलिए कर रहे है कि क्योँकि वो हमारा मित्र और पडोसी देश है
पकिस्तान से भी हम खरबूजे आम प्याज मंगाते ही रहते हैं पडोसी और मित्र देश होने के कारण |
अंत में भाइयो मैं आपसे वायदा करता हूँ कि पूरे देश को कभी भी नहीं बिकने दूंगा चाहे मेरा कुछ भी हो
बाकी और देशों से भी हमने गेहूं और दाल आदि मंगवाए हैं वो बात अलग है की हमने उनपर ड्यूटी ०% कर दी जब की लाखों टन अनाज हमारा ,हमारे गोदामों में सड़ गया ,अब सोचेंगे की उसे किसको खिलाएं |
परन्तु मैंने तो अभी अभी बस कुछ टोटल रेलवे के २३ स्टेशन ही बेचे हैं ,
उससे पहले ऍफ़ दी आई देश में १००% की परमिशन दी थी ,
और चीन को भी प्लास्टिक के चावल और प्लास्टिक के अंडे और प्लास्टिक की बंद गोभी भेजने के लिए कुछ नहीं कहा था फिर पता नहीं उसने कैसे ये सब हमारे देश में भेज दिया
जब की हमारा माल चीन में मात्र ३० % निर्यात हो रहा है और छीन हमको १००% अपने सामान का निर्यात कर रहा है ,ऐसा हम इसलिए कर रहे है कि क्योँकि वो हमारा मित्र और पडोसी देश है
पकिस्तान से भी हम खरबूजे आम प्याज मंगाते ही रहते हैं पडोसी और मित्र देश होने के कारण |
अंत में भाइयो मैं आपसे वायदा करता हूँ कि पूरे देश को कभी भी नहीं बिकने दूंगा चाहे मेरा कुछ भी हो
बाकी और देशों से भी हमने गेहूं और दाल आदि मंगवाए हैं वो बात अलग है की हमने उनपर ड्यूटी ०% कर दी जब की लाखों टन अनाज हमारा ,हमारे गोदामों में सड़ गया ,अब सोचेंगे की उसे किसको खिलाएं |
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